रायसेन (मध्यप्रदेश)। रायसेन जिले में एक महिला नायब तहसीलदार द्वारा अपने वाहन के चालक से जूते सेनेटाइज़ करने का मामला सामने आया है। शनिवार को उनके ड्राइवर की उनके जूते सेनेटाइज़ करते हुए फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। हालाँकि, नायब तहसीलदार ने इस घटना को सामान्य बात बताया है, लेकिन उनके कारनामों पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
दौरे के दौरान जूते को सेनेटाइज़ करवाया
जानकारी के अनुसार, रायसेन तहसील में तैनात नायब तहसीलदार शिवांगी खरे पिछले दिनों शहर के वार्ड 13 के रिस्क जोन में गए थे। यहां उन्होंने अपने सरकारी ड्राइवर से जूते सेनेटाइज़ करवाए। इसकी फोटो शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसके बाद मामले पर चर्चा शुरू हो गई है। वास्तव में, जब से कोरोना पॉजिटिव मरीज शहर में मिले है, तब से सभी छोटे और बड़े अधिकारी लगातार प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और लोगों के बीच जाकर उन्हें समझा रहे हैं, लेकिन ऐसी स्थिति कभी सामने नहीं आई।
शिवांगी खरे का कहना
इस संबंध में नायब तहसीलदार शिवांगी खरे का कहना है कि वार्ड से फोन आया था कि पॉजिटिव मरीजों के परिजन बाहर घूम रहे हैं। हम उन्हें समझाने गए। इस दौरान एक परिवार हम सभी के बहुत करीब आ गया था, जिसके बाद सभी ने खुद को सेनेटाइज़ किया था। मैं अपने हाथों से सैनिटाइज़र का छिड़काव कर रहा थी, लेकिन जूते पर स्प्रे नहीं कर प् रही थी, यह देखकर ड्राइवर ने आकर मेरे हाथ से सैनिटाइज़र लेकर स्प्रे कर दिया था । इसके पीछे कोई और मानसिकता नहीं थी। यह सब अचानक हुआ है।
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