डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, ओ.टी.पी एवं नम्बर फोन पर पूछकर निकल लेता था खाते से पैसा
गुना । सिटी कोतवाली पुलिस को एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है जहाँ कोतवाली पुलिस ने ऑनलाइन फ्रॉड करने वाली गैंग के मुख्य सदस्य को भी पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर लिया है यह गैंग दिल्ली में बैठकर लोगों के साथ फोन पर डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, ओ.टी.पी एवं नम्बर फोन पर पूछकर खाते से पैसा निकाल लिया करती थी। मध्यप्रदेश ही नही बल्कि इस गैंग ने देश के कई राज्यों में अपना आतंक मचा रखा था। आमजन में जागरूकता का अभाव होने के कारण ऑनलाइन ठगी के मामले अधिक तेजी के साथ बढ़ने लगे थे और आरोपीगण लोगों के पैसे निकाल कर मजे करते थे। यह गैंग के लोग पैसा ट्रान्सफर करनें के लिये ई-वॉलेट पे-टी.एम., फोन-पे, गूगल-पे गेटवे आदि का इस्तेमाल करते थे।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले ही दिल्ली से तीन आरोपियों देवेन्द्र गिल, मनोज वर्मा एवं धर्मेन्द्र गुर्जर को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनके द्वारा धोकाधड़ी किये जाने का जुर्म स्वीकार किया गया था एवं पूछताछ में बताया था कि अशरफ खान नाम का व्यक्ति पेटीएम से पैसा मनोज वर्मा के खाते में टान्सफर करता था एवं मनोज वर्मा पैसे निकालकर देवेन्द्र गिल को देता था देवेन्द्र गिल अशरफ को पूरा पैसा देता था। पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा द्वारा इस गैंग को पकड़ने के लिऐ सिटी कोतवाली निरीक्षक अवनीत शर्मा को निर्देश दिए गये थे । जिस पर अविनीत शर्मा ने सात सदस्यीय विशेष टीम का गठन कर आरोपी को पकड़ने पश्चिम बंगाल भेजा गया था ।
टीम ने पश्चिम बंगाल पहुँचकर जिला हुवली के थाना चण्डीताल क्षेत्र से आरोपी अशरफ खान को गिरफ्तार कर लिया वहीं आरोपी अशरफ खान ने पूछताछ पर बताया कि मजहर नाम का व्यक्ति मुझे व्हाट्सएप पर पेटीएम के लॉगिन आईडी एवं पासवर्ड भेजता था मैं वॉलेट में लॉगिन कर अलग-अलग खातों में पैसा टांसफर करता था। आरोपी को गिरफ्तार करने में सिटी कोतवाली थाना प्रभारी अवनीत शर्मा, सह उप निरीक्षक योगेश शर्मा सायबर सेल प्रभारी मसीह खान, आरक्षक कुलदीप भदौरिया, रामवीर रघुबंशी, माखन चौधरी, आदित्य कौरव, भूपेन्द्र खटीक की भूमिका रही है.
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