रायपुर: मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज मुम्बई में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र से जुड़े प्रमुख निवेशकों को सम्बोधित किया। उन्होंने नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर सर्विसेस कम्पनी (नेस्कॉम) द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा कि लगभग चैदह वर्ष पहले गठित देश के 26वें राज्य छत्तीसगढ़ ने विकास के मामले में विश्वसनीय छत्तीसगढ़ के रूप में तेजी से अपनी पहचान बनाई है।
डॉ. सिंह ने कहा कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र को बेहतर ढंग से विकसित करने के लिए वचनबद्ध है। मुख्यमंत्री ने इस सिलसिले में कार्यक्रम में देश के अनेक प्रमुख उद्यमियों के समक्ष कम्प्यूटर आधारित पॉवर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण भी दिया। उल्लेखनीय है कि भारत की 30 बड़ी आई.टी. कम्पनियां नेस्कॉम में सदस्य के रूप में शामिल हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री का प्रस्तुतिकरण देखने के बाद छत्तीसगढ़ में पूंजी निवेश में काफी गहरी दिलचस्पी दिखाई।
डॉ. रमन सिंह ने अपने प्रस्तुतिकरण
में कहा कि मध्य भारत के प्रवेश द्वार के रूप में छत्तीसगढ़ में नॉनकोर सेक्टर के तहत विभिन्न आई.टी. उद्योगों में पूंजी निवेश की अपार संभावनाएं हैं। डॉ. रमन सिंह ने राज्य में इस सेक्टर में पूंजी निवेश के लिए सात प्रमुख कारण भी गिनाए। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि तत्कालीन योजना आयोग द्वारा वर्ष 2012 में कराए गए एक अध्ययन के अनुसार छत्तीसगढ़ देश के उन शीर्षस्थ राज्यों की श्रेणियों में आ गया है, जहां कारोबार के लिए निवेशकों को सर्वाधिक सुविधाएं दी जा रही हैं। इसके साथ ही भौगोलिक रूप से देश के मध्य स्थित एक शांतिपूर्ण राज्य, सुदृढ़ मानव संसाधन, निवेश को प्रोत्साहन देने वाली एक सुदृढ़ नीति, भारत के प्रथम स्मार्ट और हरित शहर के रूप में विकसित हो रहा नया रायपुर, सुशासन देने वाली सरकार वे प्रमुख कारण है, जिनसे राज्य में आई.टी. सेक्टर में निवेश के लिए एक अनुकूल वातावरण का निर्माण हुआ है। हमारे यहां आई.टी. क्षेत्र में व्यवसाय शुरू करने के लिए किसी प्रकार के पूर्व अनुमोदन की जरूरत नहीं है। न्यूनतम लागत में आई.टी. सेक्टर में कारोबार के लिए नया रायपुर में निवेशकों का स्वागत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेष रूप से आई.टी. अथवा सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में निवेश के इच्छुक उद्यमियों को सिंगल प्वाइंट कॉन्टेक्ट अर्थात् एक ही माध्यम से हर प्रकार की सुविधाएं दी जा रही हैं। आई.टी. सेक्टर में निवेश के लिए दूसरा प्रमुख सकारात्मक कारण यह है कि छत्तीसगढ़ भारत के मध्य स्थित है। हमारे यहां से सीधी विमान सेवाएं दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता, हैदराबाद, भुवनेश्वर, इंदौर, नागपुर के लिए उपलब्ध है। इसके साथ ही बेंगलुरू, चेन्नई और विशाखापटनम् से भी छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर विमान सेवा से जुड़ गई है। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ को मध्य भारत का प्रवेश द्वार बताते हुए कहा कि भारत की लगभग 50 प्रतिशत जनसंख्या को कारोबार के क्षेत्र में सेवाएं छत्तीसगढ़ से मिल सकती हैं। छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती सात राज्यों के लिए एक लाख 50 हजार करोड़ रुपए का बाजार विकसित हो सकता है।
देश के एक दर्जन राष्ट्रीय राजमार्गों का नेटवर्क छत्तीसगढ़ से गुजरता है, जिनकी लम्बाई लगभग 35 हजार किलोमीटर से अधिक है। मुम्बई, दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, पुणे, बैंगलोर और विशाखापटनम के लिए हमारे यहां से डायरेक्ट रेल सेवाएं भी उपलब्ध हैं। एक सुदृढ़ मानव संसाधन भी छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए अनुकूल आधार है। हमारे यहां भारतीय प्रबंध संस्थान, ट्रिपल आई.टी., अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय जैसे देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षा संस्थान संचालित हो रहे हैं, जहां हर साल लगभग 30 हजार विद्यार्थी प्रोफेशनल्स के रूप में पास-आउट होते हैं। राज्य में कड़ी मेहनत करने वाली जनसंख्या है। कौशल विकास योजना के तहत अब तक एक लाख 80 हजार से ज्यादा युवाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है। छत्तीसगढ़ शांतिप्रिय, मेहनतकश और ईमानदार लोगों का प्रदेश है, जहां देश के अन्य महानगरों की तुलना में अपराध की दर सबसे कम है।
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