*अधिकारियों के हाँथ पाँव फूले कहा समस्यायेँ दूर होंगी कनेक्शन कटवाने की जरुरत नहीं कल पहुचेंगे घटना स्थल
ब्रम्हावली,सीतापुर/ उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के ब्रम्हावली गाँव के लोगों ने सामहिक विद्युत कनेक्शन कटवाने का ऐलान कर दिया है। लोगों के अनुसार यहाँ बिजली एक दुर्लभ बात है जब्कि कोई सुनने वाला नहीं है। ब्रम्हावली के लोगों ने ईद में ईद का चाँद हुई विद्युत से परेशान होकर कनेक्सन ही कटवा देने का फैसला किया है। कुछ लोगों ने बताया वह मौखिक रूप से पूरे होते वादों से त्रस्त आ चुके हैं। लोगों का यह भी मानना है अब आगे और न जाने कौन से इरादे हैं।
स्थानीय उपभोक्ताओं ने बताया उनसे बिल पूरा ऐंठ लिया जाता है जो खुली बेईमानी है। उपभोक्ताओं का मानना है कि वह उस बिजली का पैसा कब तक दें जो उन्हें मिली ही नहीं। वैसे लोगों की माने तो कई बार इसकी शिकायत की गयी पर हर बार अधिकारी मामले पर कोई भी कार्यवाही करने में पूर्ण असफल रहे। बीच में मीडिया में उछली खबरों से कुछ दिनों तक सुधार हुआ लेकिन जल्द अधिकारी फिर उदासीन हो गए और मामला जस का तस हो गया। जनता की इस समस्या पर जब अधिशासी अभियंता राजेन्द्र बहादुर से बात की गई तो उन्होंने बताया "मामले की जानकारी उनको हो चुकी है उक्त गाँव के लगभग बीस नम्बरो से उन्हें काल आ चुकी हैं।
समस्या को गंभीरता से लेते हुए एस डी ओ और जे ई को ब्रम्हावली गाँव रविवार को वार्ता हेतु भेजा जा रहा है। अगर समस्या है तो दूर होगी कनेक्शन कटवाने जैसी कोई बात नहीं है।" ब्रम्हावली में अधिशासी अभियंता की इस बात पर लोग एकत्र होकर पूरा दिन नवनियुक्त एस डी ओ रवी शर्मा और जे ई एस. आर सैनी की राह देखते रह गए। काफी देर बाद कुछ ग्रामीणों को अधिकारी ने सन्देश भेज कर सूचना दी कि अब वह एक दो दिन बाद देखेंगे फिलहाल व्यस्त हैं। इधर ग्रामीण उपभोक्ताओं द्वारा कनेक्शन कटवाने की सामूहिक बात पर वह अड़े हुए हैं और अधिकारियों की नीद अब भी टूटती नजर नहीं आ रही है। जनाक्रोश में विद्युत न पाने पर जनता द्वारा यह कदम अब तक का सबसे अनोखा मामला कहा जा सकता है।
*ईद में ईद का चाँद हुई यूपी के इस गाँव की बिजली******
यह उत्तर प्रदेश सरकार की बड़ी नाकामी और झूठे वादों पर प्रहार है ऐसा स्थानीय लोगों का मानना है। सम्बंधित अधिकारी जो अब तक शिकायत के बावजूद नीद में थे उनकी हलक सूखती नजर आ रही है कोई भी मीडिया से सीधे मुद्दे पर बात से कतराता रह। अधिशासी अभियंता ने क्षेत्रीय अधिकारियों से जनता से सीधे मिलकर तत्काल मामले पर कार्यवाही का आदेश भी दिया है। ब्रम्हावली के लोगों के अनुसार कोई नेता उनकी मदद में अब तक आगे नहीं आया है और लोग विवश होकर ऐसा करने पर मजबूर हैं वह चाहते हैं उन्हें अब और ठगा न जाए। रविवार के दिन गाँव पहुँच कर लोगों की समस्याएं दूर होंगी यह जानकर लोग भारी संख्या में एकत्र हुए थे। अधिकारियों के मौके पर न पहुचने से जनाक्रोश और बढ़ गया है।
अब सवाल यह उठता है आखिर अधिकारी अब तक क्यों सोते रह गए जो बात इतनी बिगड़ गयी। बड़ी बात यह भी है कि आखिर ब्रम्हावली को जो बिजली कागजों पर दी गई दिखाई गई वह आखिर ब्रम्हावली तक पहुंची क्यों नहीं। कुछ भी हो लेकिन मामले की पड़ताल से तो यहीं लगता है "यह कारवां यूँ ही तो न बना होगा"।
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