भोपाल : बरकतुल्लाह विवि के सतत शिक्षा विभाग की जांच रिपोर्ट पुर्ण हो गई। तीन सदस्यीय जांच कमेटी ने रिपोर्ट मंगलवार को जांच र्पिोर्ट सौंप दी है।
जांच रिपोर्ट के आधार पर अब विवि कुलपति डॉ. मुरलीधर तिवारी को कुलसचिव एलएस सौलंकी को कार्रवाई के आदेश देना है, लेकिन इस रिपोर्ट के भी धूल खाने की संभावनाएं जताई जा रहीं है। विवि में अब तक हुई जांच की रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं हुई और यह सभी फाइलें धूल खा रहीं है।
विवि कुलसचिव सौलंकी ने कुलपति के निर्देश पर 9 दिसबंर 2014 को तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर प्रौढ़ एंव सत्त शिक्षा विभाग की जांच के निर्देश दिए थे। जांच कमेटी ने नोटिस जारी कर विभाग में पदस्थ प्रो. कलिका यादव, नीरजा शर्मा और हेंमत खंडई से जानािरी सहित जबाव मांगा था, लेकिन इन्होंने जबाव न देते हुए विवि प्रशासन को कमेटी बदलने की सलाह दी। विवि ने नराजगी जहिर करते हुए रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए थे।
क्या है जांच रिपोर्ट में
जांच रिपोर्ट में सतत शिक्षा विभाग को युजीसी ने वर्ष 2010 के बाद अनुदान नहीं भेजा, युजीसी के सूची में बीयू के प्रौढ़ एंव सत्त शिक्षा विभाग का नाम नही है।
युजीसी ने वर्ष 2013 में लॉग लर्निग स्कीम बंद करने के आदेश दिए। प्रौढ़ एंव शिक्षा विभाग द्वारा 2 डिग्री और 2 डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू किए, लेकिन इसमें विद्यार्थियों ने प्रवेश नहीं लिया, जिससे विवि को आय नहीं हुई। प्रो. नीरजा शर्मा की नियुक्ति विवि अधिनियम की धारा 49 के तहत नही हई, उनकी नियुक्ति अधिकारी संवर्ग में हुई है इसलिए उनकी सेवा आयु 60 वर्ष है लेकिन नियम विरुद्ध उनको शैक्षेणिक संवर्ग में किया और वे अब तक विवि में सेवाएं दे रही है। प्रो. नीरजा शर्मा और कालिका यादव की शिक्षा बीएड और एमएड में नहीं है।
Post A Comment: